एक पल के लिए जैसे रुक गया था वक्त,
तुझसे रुबरु जब हुआ था मैं...
सिमट गयी थी तुझमें दुनिया..
तु चांद था.. तु ही रात...
वक्त को तो गुजरना ही था।
अब तो बस....
तेरा नाम है.. तेरी खुशबु है.. तेरी आस है...
जिंदगी है... जी रहा हूँ...
दु:ख क्या.... और सुख कैसा।
पल-पल गुजरता लम्हा है...
बेवजह... बेबस......।
तु आएगा ...!!!
दिल कहता है...............।